सामने आई Ram Mandir Murti की पहली तस्वीर, ये 5 ख़ास बात है रामलला प्रतिमा में
Ram Mandir Murti: 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। लेकिन राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव के पहले ही राम मंदिर मूर्ति की तस्वीर आ गई है। सोशल मीडिया पर राम मंदिर की अनोखी प्रतिमा को काफी सराहा जा रहा है। 4.5 फीट की यह राम मंदिर की मूर्ति है, प्रतिमा को काफी खास बताया जा रहा है।
इस खबर में हम आपको बताएंगे कि इस राम प्रतिमा में क्या खास है और लोग इनकी इतनी तारीफ क्यों कर रहे हैं।
Ram Mandir Murti Photo: इंटरनेट पर भगवान राम की तस्वीर काफी तेजी से वायरल हो रही है। याह मूर्ति अयोध्या में हो रहे राम मंदिर के गर्भ में विराजमान भगवान राम की है। अभी सोमवार 22 जनवरी 2024 को होने जा रहे राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम जारी है। इसी प्रभु भगवान राम के मंदिर की तस्वीर की फोटो इंटरनेट पर काफी लोग वायरल कर रहे हैं।
भगवान राम के इस बाल मूर्ति को काफी बारिकियों से बनाया गया है। भगवान राम की प्रतिमा क्यों खास है इस बारे में हम बताएंगे।
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भगवान राम मूर्ति मंदिर की विशेषताएं
अयोध्या में बने भगवान राम मंदिर में राखी इस मूर्ति को काफी खास बताई जा रही है। भगवान राम मंदिर की मूर्ति को काफी बारिके से बनाया गया है, इसी वजह से यह काफी खास है।
1. भगवान विष्णु के दस अवतारों, स्वस्तिक और ॐ बना हुआ है
भगवान राम की मूर्ति के चारो ओर भगवान विष्णु के दसो अवतारो को बनाया गया है। शास्त्रों के अनुसार भगवान राम विष्णु के 7वें अवतार बताए जाते है। अभी तक भगवान विष्णु के कल्कि अवतार का जन्म लेना शेष है।
ये है विष्णु के 10 अवतार –
- मतस्य
- कूर्म
- वराह
- नृसिंह
- बामन
- परशुराम
- राम
- कृष्ण
- बुद्ध
- कल्कि
भगवान Ram Murti Photo के अनुसार भगवान वैष्णो की इन 10 अवतारों को राम मंदिर मूर्ति पर बनाया गया है। इसी के साथ प्रभु राम की इस मूर्ति पर ॐ और स्वस्तिक भी बना हुआ है।
2. मूर्ति का निर्माण काले पत्थर से किया गया है
भगवान राम मूर्ति को काले पत्थर से बनाया गया है। इससे प्रतिमा चमकीली और सुंदर दिखती है। साथ ही काला पत्थर काफी मजबूत होता है। पत्थर को राजस्थान के भरतपुर जिले से लाया गया था। पत्थर को मूर्ति के आकार में काटने के लिए विशेष उपकरणों का इस्तेमाल किया गया था। मूर्ति को बनाने के लिए एक टीम ने काम किया, जिसमें कलाकार, शिल्पकार और इंजीनियर शामिल थे।
3. मूर्ति के माथे पर तिलक है
भगवान राम की प्रतिमा में माथे पर तिलक को बनाया गया है। सनातन हिन्दू धर्म में माथे पर तिलक को काफी शुभ माना जाता है। इसीलिए भगवान राम की इस मूर्ति पर लाल तिलक को बनाया गया है। आप ऊपर तस्वीर में इसे देख सकते है। भगवान राम के बाल काल की इस तस्वीर में माथे पर तिलक को बनाया गया है।
4. हाथ में धनुष और बाण है
भगवान राम की पराक्रम को दर्शन के लिए प्रभु राम मूर्ति के हाथों में धनुष और बाण को दिखाया गया है। भगवान राम बहुत पराक्रमी थे जिन्होनें रावण का नाश किया था। इस वजह से दोनों हाथों में बाण और धनुष को रखा गया है।
5. मूर्ति की ऊंचाई 51 इंच है, भगवान राम के बाल्यकाल के स्वरूप को दर्शाती है
मूर्ति की ऊंचाई 51 इंच है। यह भगवान राम के बाल्यकाल के स्वरूप को दर्शाती है। इस मूर्ति का निर्माण शालीग्राम शिला से हुआ है। निर्माण मूर्ति में भगवान राम का चेहरा शांत और गंभीर है। उनके बाल घुंघराले हैं और उनके माथे पर तिलक है। उनके हाथ में धनुष और बाण हैं। उनके कान में कुंडल हैं।
बताया जा रहा है की भगवान राम की इस मूर्ति को बनाने में लगभग 10 साल का समय लगा। मूर्ति का निर्माण 2014 में ही शुरू हो गया था और 2024 में पूरा हुआ। मूर्ति को बनाने के लिए एक टीम ने काम किया, जिसमें कलाकार, शिल्पकार और इंजीनियर शामिल थे।
राम मंदिर का इतिहास
हिन्दू मान्यताओं के अनुसार भगवान राम का जन्म अयोध्या में हुआ था जहां आज मंदिर बन रहा है। समय के साथ बाहरी आक्रमणकारियों ने यहाँ पर आकार मस्जिद बना दी। लेकिन 1980 के दशक में इस जगह पर भगवान राम के मदिर को बनाने की मांग उठाने लगी। हिंदू संगठन श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राम मंदिर को फिर से बनाने के लिए एक आन्दोलन शुरू किया। देशभर से इस आंदोलन को समर्थन मिला।
6 दिसंबर, 1992 के दिन हजारों हिंदुओं ने बाबरी मस्जिद को तोड़ दिया। इस घटना के बाद देश में सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी। इस घटना के बाद हिन्दू और मुशलिम पक्ष के इस विवाद को हल करने के लिए मामला सुप्रीम कोर्ट में गया। वर्ष 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर के निर्माण के पक्ष में फैसला सुनाया। इस फैसले के बाद राम मंदिर के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हुई।
22 जनवरी 2024 को अयोध्या में बने भगवान राम मंदिर का प्राण-प्रतिष्ठा की गयी जिसके बाद से लोगो इस मंदिर में आकार दर्शन कर सकेंगे।
राम मंदिर का निर्माण हिंदू धर्म के लिए एक ऐतिहासिक घटना है। यह मंदिर हिंदू धर्म के पुनरुत्थान का प्रतीक है। यह मंदिर भारत की समृद्ध संस्कृति और विरासत को भी दर्शाता है। साथी ही भगवान राम की यह बाल मूर्ति भी बहुत ही खास है।
FAQs
भगवान राम की मूर्ति कितने इंच की है?
भगवान राम की मूर्ति की ऊंचाई 51 इंच है। यह मूर्ति काले पत्थर से बनी है। मूर्ति को मैसूर के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाया है।
भगवान राम की मूर्ति को किसने बनाया है?
भगवान राम की मूर्ति को मैसूर के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाया है। उन्होंने मूर्ति को काले पत्थर से बनाया है। मूर्ति की ऊंचाई 51 इंच है।
राम मंदिर अयोध्या को बनाने में कितना समय लगा
राम मंदिर अयोध्या को बनाने में लगभग 10 साल का समय लगा। मंदिर का निर्माण 2014 में शुरू हुआ और 2024 में पूरा हुआ।
भगवान राम का मंदिर कहा बन रहा है
भगवान राम का मंदिर उत्तर प्रदेश के अयोध्या शहर में बन रहा है। यह मंदिर भगवान राम के जन्मस्थान पर बन रहा है।
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कब है?
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी, 2024 को होगी। इस दिन भारत भर से लाखों श्रद्धालु अयोध्या आएंगे। राम मंदिर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।